Mere Dekh Ki Kisan Ki Jamini Halat – Kisan, Anndata Ko Support
आज मंदसौर में मामा जी की तानाशाही सरकार ने अपना तानाशाही रवैय्या अपनाया और प्रदर्शन कर रहे किसानों के सीने पर गोली चला दी सुचना मिली है कि 5 किसानों की मौत हो गई और अन्य लोग घायल हो गए है शर्म करो शवराज सरकार आप भी एक किसान पुत्र हे (आपके कहे अनुसार ) आप कहते हे में अन्नयदाताओ का सम्मान करता हु यह केसा सम्मान हुआ किसान अपना हक मांग रहे हे और आपका प्रशाशन हम पर गोलियां चला रहां हे यह केसा सम्मान हे ।
Mere Deskh Ka Kisan Aaj Paresan he or Kisano ke Support Me Aaj Poora desh sath me khada he, dekhiye log kaise social media par kisan andolan ke sath me he or madsaur me hui firing ka virodh kar rahe he –
Facebook, Twitter, Social Media Par Logo ne Kaise Samarthan Diya Kisn Andolan Ko –
- मत मारो गोलियो से मुझे मैं,
पहले से एक दुखी इंसान हुँ,,
मेरी मौत कि वजह यही हैं,
कि मैं पेशे से एक किसान हुँ । - कश्मीर में पत्थर फेंकने वालो पर सरकार गोली चलने के आदेश नहीं दे सकती पर किसानों को गोलियों से भून सकती है वारे अच्छे दिन ?
शहीद किसानों को हार्दिक श्रधांजलि
दो पल मे किसानो को मार दी गोली उन हुक्मरानो ने ..
जो बुजदिल बने बेठे हे काश्मीर में पत्थर बाज़ो से निपटने में …. - इस दमनकारी कार्यवाही की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहींहै।किसान अब भी एक न हुए तो आने वाली पुश्तें तुम्हें माफ नहीं करेगी।
- जो धरापुत्र का वध कर दे,वह राजपुरुष नाकारा है,
जिस पर किसान का रक्त गिरे उस का शासक हत्यारा है
#BJPkillsFarmers - *दो पल मे किसानो को मार दी गोली उन हुक्मरानो ने ..*
*जिन्हे सालो लग गये थे अफजल को दोषी ठहराने में।*
*ॐ शांति*
जो पत्थरबाजों का कुछ उखाड़ नहीं पाते**वही नामर्द अन्नदाता पर गोलियां बरसाते!!*
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🗡 *किसानपुत्र*
- शाम को जब भूख लगे तो खाना खाते वक्त याद रखियेगा, उसी अन्न की कीमत माँगते किसानों ने गोलियां खाई हैं।
- कोर्पोरेट किसान पर भारी है भारत में !
वह न प्रदर्शन करता है, न गोली खाता है. वह चुनाव में धन लगाता है और अपने कर्जे माफ़ करवाता है, अपने हक़ में नीति बनवाता है. विदेश से बड़ी मात्रा में माल खरीदता है और बाजार को खा जाता है. न किसान को कीमत मिल पाती है और न उपभोक्ता की महंगाई कम होती है. बिल्लियाँ लड़ती रहती हैं, बन्दर रोटी ले जाता है !किसान चुनाव में हल्ला करता है, जिंदाबाद बोलता है, रैली में भीड़ बनता है, वोट दिलवाता है, सरकार बनवाता है और …..फिर ठगा जाता है. हर बार. फिर सड़क पर आता है, अपने ही बेटों के हाथों गोली खाता है. कोर्पोरेट के हाथ बिके हुए राजनेता ‘कानून व्यवस्था’ के नाम पर सब जायज ठहराते हैं. उनको पता है कि चुनाव में फिर यह बहक जाएगा, जाति के नाम पर, पकिस्तान के नाम पर. यह वोट कम देगा तो समाज के दूसरे वर्गों को ठग लेंगे ! फिर उनको ठेंगा बता देंगे !
किसान क्या करे ? दिमाग लगाये, वोट का हिसाब करे और अपने मुद्दों पर वोट करे. जातिवाद से वोट न करे. अपने समाजों के उन नए सामंतों से किनारा करे जो विधानसभा और संसद में किसान के मुद्दे पर मुंह नहीं खोलते हैं और केवल ‘राज’ में अपने हिस्से के लिए मरे जाते हैं. अब जिसे वे ‘ऐरा गैरा’ कहता है, उस कर्मठ, ईमानदार को वोट करना सीखे.
किसान अब लहरों में बहना बंद करे. हल्ला बहुत हो गया, अब ठन्डे दिमाग से काम हो.
वर्ना खेत में, सड़क पर और सीमा पर बलिदान होते रहेंगे, माएं-बहनें रोती रहेंगी और भारत क्रिकेट देखता रहेगा.(डॉ. अशोक चौधरी, अभिनव राजस्थान अभियान )
- विडम्बना देखो ।
खेती को धंधा बना दिया,
किसान को धंधे पे बैठा दिया।गोली चलनी चाहिये काश्मीर में, सरकार चलवा रही है मध्यप्रदेश में।
काश्मीर में तैनात सिपाही भी कभी इतना मज़बूर नही हुआ, जितनी मध्यप्रदेश सरकार हुई।
मुद्दा बना जवान ,मुद्दा बना किसान ,
मुद्दा मुर्दा बन जाता है ,फिर भी देश महान !
जिनसे चलती रोटी सबकी ,वो ही भूखों मरते है ,
जान सलामत जिनसे सबकी ,पत्थर की चोट भी सहते हैं !
ठेका वतन का देकर इनको ,सब बने हुये उस्ताद ….
नही हुआ देश आजाद और हुआ बरबाद !